सामने तेरे इक आईना होगा ,
दर को तूने जो बंद किया होगा
तेरी पलकों पे जो कहानी है
देख कर कोई सो गया होगा
"नील " लिखूँ तो फिर शिनाक्त सही ,
न लिखूँ अगर तो क्या होगा
गौरवशाली है ये धरती हम करते हैं इससे प्यार दिल को दिल से जोड़ना सिखाये हमारा प्यारा ये बिहार हम अलग भले हों यारों एक हमारा भारत है मिलकर हम सबको रहना है देश को इसकी जरूरत है....जय बिहार...जय भारत
सामने तेरे इक आईना होगा ,
दर को तूने जो बंद किया होगा
तेरी पलकों पे जो कहानी है
देख कर कोई सो गया होगा
"नील " लिखूँ तो फिर शिनाक्त सही ,
न लिखूँ अगर तो क्या होगा
मेरी जुस्तजू पर और सितम नहीं करिए अब बहुत चला सफ़र में,ज़रा आप भी चलिए अब आसमानी उजाले में खो कर रूह से दूर न हो चलिए ,दिल के गलियारे में ...