Sunday, January 24, 2021

दलील क्या है ?



दलील क्या है ?,थाह ले कर देख लो !
हक में कुछ गवाह ? ले कर देख लो !

हो गयी है राह पथरीली मगर ..
राह की भी राह ,ले कर देख लो 

है वही पेड़ था झूला जिधर ...
आप अब पनाह ले कर देख लो !

चाहते हो जाने-जाना या नहीं ..
मेरी दो एक चाह ले कर देख लो...

घर का हूँ तो गलतियाँ हैं लाजिमी ..
किसी और की सलाह ले कर देख लो !

डूबता सूरज तो है केवल भरम ...
शायर की अब निगाह ले कर देख लो 

मेरी जुस्तजू पर और सितम नहीं करिए अब

मेरी जुस्तजू पर और सितम नहीं करिए अब बहुत चला सफ़र में,ज़रा आप भी चलिए अब  आसमानी उजाले में खो कर रूह से दूर न हो चलिए ,दिल के गलियारे में ...