हर नजर में है बेचैनी ,हर नजर का इशारा भी ,
ये कहते हैँ मैं उनका हूँ ,वो कहते हैँ हमारा भी
जिस राह की कहानी तुमको अभी सुननी है ,
उस राह पर वो चला भी ,उस राह पर हारा भी
सुनते हो ,सुनाते हो ,आवाज का शहर है ,
इक बार कभी सोचो ,तुम्हे हमने पुकारा भी
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