ए जाने वाले जाने से पहले
मेरा आखिरी सलाम तो ले ले ..
ये वक़्त घुल न जाए सीने में मधु बनकर
याद आयेंगे तुझे हर सांझ हर सुबह ये मंज़र...
हम भी काफिर सा नहीं सोचेंगे खुद को कभी
तू भी सुकून से रहेगी ,ए मेरी ज़िन्दगी ...
जुदाई तो बस ज़िन्दगी की एक शुरुआत है
आज तो जी भर के जी ले इसे
ये मिलन है ,तू समझ न मेरी जाना ..
ये हमारे रूह की बात है ...
है पाक ये दिल ,तू है इसकी धड़कन
ज़िन्दगी में होंगे तेरे संग , मेरे गीतों के सरगम
पर आज तो जाना मेरा
आखिरी पैगाम ले ले ...
मेरा आखिरी पैगाम ले ले ....
बहुत सुन्दर प्रस्तुति!
ReplyDeleteबहुत सुंदर भावाव्यक्ति , बधाई
ReplyDeleteBahut sundar prastuti .
ReplyDeleteजुदाई तो बस ज़िन्दगी की एक शुरुआत है
ReplyDeletebilkul sateek kathhan hai ye .badhai .
bhut hi sunder bhaavo se rachi rachna...
ReplyDeleteबेहद खूबसूरत रचना
ReplyDelete...
हंसी के फव्वारे-
http://hansikefavare.blogspot.com/
by Ruchika
सुन्दर प्रस्तुति----------
ReplyDeleteजुदाई तो बस ज़िन्दगी की एक शुरुआत है
आज तो जी भर के जी ले इसे
ये मिलन है ,तू समझ न मेरी जाना ..
ये हमारे रूह की बात है ...
बहुत खूब
खुबसुरत एहसास है। आभार।
ReplyDeleteachhi rachna
ReplyDeleteजुदाई तो बस ज़िन्दगी की एक शुरुआत है
ReplyDeleteआज तो जी भर के जी ले इसे
ये मिलन है ,तू समझ न मेरी जाना ..
ये हमारे रूह की बात है ...
खुबसुरत एहसास
बहुत खूब
ReplyDeleteआभार,
विवेक जैन vivj2000.blogspot.com
बहुत खूब ... जुदाई की बातें ... और जुड़ा होना भी एक शुरुआत ... गज़ब का लिखा है ...
ReplyDeleteबेहद खूबसूरत रचना. आभार.
ReplyDeleteसादर,
डोरोथी.