इक बेनाम चिट्ठी में सभी जवाब लिखता हूँ
तू पढ़ लेना ,मगर दिल से ,दिल की बात कहता हूँ
तू जवाब में जाना ,सिर्फ मेरा नाम लिख देना
गौरवशाली है ये धरती हम करते हैं इससे प्यार दिल को दिल से जोड़ना सिखाये हमारा प्यारा ये बिहार हम अलग भले हों यारों एक हमारा भारत है मिलकर हम सबको रहना है देश को इसकी जरूरत है....जय बिहार...जय भारत
मेरी जुस्तजू पर और सितम नहीं करिए अब बहुत चला सफ़र में,ज़रा आप भी चलिए अब आसमानी उजाले में खो कर रूह से दूर न हो चलिए ,दिल के गलियारे में ...
बहुत सुन्दर भावप्रणव!
ReplyDeleteवाह ...बेहतरीन ।
ReplyDeletemayank daa ,sada ji bahut aabhaar aapke sneh ka
ReplyDeletesaadar
चंद पंक्तिया और बेहतरीन अभिव्यक्ति.....
ReplyDeleteaapka bahut aabhaar sushma ji
ReplyDeletethanku