बीता हुआ पन्ना नहीं ये माजी का नक्श है ,
एह्साओं से भरे अल्फाजों का रक्स है
जीता है अपनी ज़िन्दगी के आईने में वो ,
अपने तजुर्बे से पढ़ रहा हर एक शख्स है
कायम है तीरगी में भी उसका हुनर,जादू
कुछ अलग ढाँचे में ढला यारों ये अक्स है
............
रक्स :नृत्य ,dance
नक्श :print ,nishaan
एह्साओं से भरे अल्फाजों का रक्स है
जीता है अपनी ज़िन्दगी के आईने में वो ,
अपने तजुर्बे से पढ़ रहा हर एक शख्स है
कायम है तीरगी में भी उसका हुनर,जादू
कुछ अलग ढाँचे में ढला यारों ये अक्स है
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रक्स :नृत्य ,dance
नक्श :print ,nishaan
bahut khoob....
ReplyDeletebahut dhanyavaad shekhar ji
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