चाँद सो गया है काले बादल को ओढ़ कर
कल सुबह की पहली किरण के साथ जागेगा
तब उससे बिछुड़ते वक़्त बादल रो देंगे !
गौरवशाली है ये धरती हम करते हैं इससे प्यार दिल को दिल से जोड़ना सिखाये हमारा प्यारा ये बिहार हम अलग भले हों यारों एक हमारा भारत है मिलकर हम सबको रहना है देश को इसकी जरूरत है....जय बिहार...जय भारत
मेरी जुस्तजू पर और सितम नहीं करिए अब बहुत चला सफ़र में,ज़रा आप भी चलिए अब आसमानी उजाले में खो कर रूह से दूर न हो चलिए ,दिल के गलियारे में ...
सुन्दर .....
ReplyDeleteबहुत ही बढिया.
ReplyDeletesushma ji,kushvansh ji bahut aabhaaar aapka
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