Sunday, January 24, 2021

दलील क्या है ?



दलील क्या है ?,थाह ले कर देख लो !
हक में कुछ गवाह ? ले कर देख लो !

हो गयी है राह पथरीली मगर ..
राह की भी राह ,ले कर देख लो 

है वही पेड़ था झूला जिधर ...
आप अब पनाह ले कर देख लो !

चाहते हो जाने-जाना या नहीं ..
मेरी दो एक चाह ले कर देख लो...

घर का हूँ तो गलतियाँ हैं लाजिमी ..
किसी और की सलाह ले कर देख लो !

डूबता सूरज तो है केवल भरम ...
शायर की अब निगाह ले कर देख लो 

2 comments:

  1. जी नमस्ते,
    आपकी लिखी रचना मंगलवार २६ जनवरी २०२१ के लिए साझा की गयी है
    पांच लिंकों का आनंद पर...
    आप भी सादर आमंत्रित हैं।
    सादर
    धन्यवाद।

    ReplyDelete
  2. बेहतरीन ग़ज़ल।
    --
    गणतन्त्र दिवस की पूर्वसंध्या पर हार्दिक शुभकामनाएँ।

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