हम कि कुछ कहना भी चाहें ,हैँ ये अशरार जो
लड़खड़ाती बात पर इनका ,यूँ होना भी हो
लड़खड़ाती बात पर इनका ,यूँ होना भी हो
ख़ैर कुछ बदला नहीं ,कि नींद से उठ जाएँ अब ,
एक कागज़ ही सरिका कोई बिछौना भी हो
रुक गया देर तक मैं किस सुखनवर के यहाँ ,
उसको फ़िक्र-ऐ -कद नहीं ,कद मेरा बौना भी हो
एक कागज़ ही सरिका कोई बिछौना भी हो
रुक गया देर तक मैं किस सुखनवर के यहाँ ,
उसको फ़िक्र-ऐ -कद नहीं ,कद मेरा बौना भी हो
लिख रहे हैँ अदा में ,कि बस मासूमियत
के लिए कोई नया चारा और खिलौना भी हो
के लिए कोई नया चारा और खिलौना भी हो
एक छिटकते पुराने ईंट ने किया बयाँ ,
दिवार के रँग से हि गर है वास्ता होना ,भी हो
दिवार के रँग से हि गर है वास्ता होना ,भी हो
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