सपनो को बिखरने दो
मगर समेट लो उनके टूटने के पहले
फिर बना लो इक जहां अपना
जहाँ तुम विचरण करो उन के पंखो पर
और बिखेरते रहो
अपने एहसासों को
अपने अनुभवों को
कोई उनके सहारे उड़ना सिख जाए
किसी की नींद सुहानी हो जाए
किसी का दिल भर जाए
और किसी को इक दोस्त मिल जाए
तो बिखरने दो ना इन नन्हे मुन्हे सपनो को
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