तुझसे प्यार किया तेरी शिरत पे कुर्बान है ,
तेरे हर अदा का ये भी कदरदान है .. तेरे आहों से है रूबरू दुआओं से वाकिफ ,
तेरे गम में ये भी तो परेशान है ...
एक ख्वाब की दास्ताँ नहीं ये हकीकत है प्यारे ,
तेरे मुहब्बत में डूब गया दिल -ऐ -नादान है ..
अरमान सारे छुपा लेता है कहता नहीं तुझसे ,
लब खामोश है साहिल की तरह दिल में मगर तूफ़ान है ..
शाम तो ढलती है हर दिन सुबह भी होती है रोज़ ...
मगर इस दिल के शीशे पे तेरा अमिट निशान है ..
रोज़ गम से बिखर जाने का जी होता है ..
मगर मर जाना भी ज़िन्दगी में क्या आसान है ?
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