तुझसे गुफ्तगू तेरे चर्चे हँसती गाती मेरी पलकें
चाँदनी बिखर गयी बस युहीं बर्फ बह रही पिघल के
एक साज था अजनबी सा मगर तेरी दुआओं से बनी धुन
आज कर रहा है गुंजन राफ्ता राफ्ता हल्के हल्के
एक साज था अजनबी सा मगर तेरी दुआओं से बनी धुन
आज कर रहा है गुंजन राफ्ता राफ्ता हल्के हल्के
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तेरे एहसान बहुत हैं रब ,कुछ मांगने की गुजारिश नहीं ....
मगर कोई गुजारिश न रहे ,बस ये दुआ कबूल कर ......
मगर कोई गुजारिश न रहे ,बस ये दुआ कबूल कर ......
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इत्तेफाक़न कुछ भी नहीं होता ज़माने में ,
कई ख्वाब टूटते बिखरते हैं निभाने में
न तोड़िये बेसाख्ता इन धडकनों की साज
कहीं उम्र न गुज़र जाए उनको मनाने में
कई ख्वाब टूटते बिखरते हैं निभाने में
न तोड़िये बेसाख्ता इन धडकनों की साज
कहीं उम्र न गुज़र जाए उनको मनाने में
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जब भी तेरे ख्याल -ओ -ख्वाब की चाँदनी आई
मैं चाँद से और भी दूर होता गया ...
भीनी भीनी सी वो खुशबू धरती की भूल और
तेरी शिरत पे आशना मेरे हुज़ूर होता गया ...
मैं चाँद से और भी दूर होता गया ...
भीनी भीनी सी वो खुशबू धरती की भूल और
तेरी शिरत पे आशना मेरे हुज़ूर होता गया ...
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हम ग़मों की दहलीज़ से गर कतरा के निकल जाते ,
तो वो रकीब मेरा, दायरा बढ़ा लेता ..
उसे ज़ेहन -ओ -दिल में कुछ जगह बक्श दी
तो रोज़ वो बरस रहा है ख़ुशी बनकर ...
तो वो रकीब मेरा, दायरा बढ़ा लेता ..
उसे ज़ेहन -ओ -दिल में कुछ जगह बक्श दी
तो रोज़ वो बरस रहा है ख़ुशी बनकर ...
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चलो ख्वाब में मिलते हैं ,ज़ीस्त में चैन कहाँ ,,,,,,
धडकनों के मायने समझते नैन कहाँ .......
धडकनों के मायने समझते नैन कहाँ .......
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चरागों सा जलोगे तो राहत होगी ,
खुलुश रखने से तो जल जाओगे ,
ढला करो तो सूरज बनकर ,
नहीं तो बेवक्त ढल जाओगे
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मन बांवरा है अपने जूनून में है ,
तेरा असर मौला जिस्म -ओ-खून में है
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आज ख्वाब रास्ता भटक गए हैं बावस्ता हूँ महफ़िल से ,
शोर करूँ पैमाना टूटने का या याद करूँ तुझे दिल से ...
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बेसाख्ता कुछ तार उलझ गए होंगे मेरे गली में ,
वरना वो चेहरे पुराने थे जो नहीं गुज़रे कभी ...
एक दिया है जो जलता रहा उस मंदिर की देहलीज़ पर
उनके याद के पन्ने भी वहीँ है न बिखरे कभी ...
वरना वो चेहरे पुराने थे जो नहीं गुज़रे कभी ...
एक दिया है जो जलता रहा उस मंदिर की देहलीज़ पर
उनके याद के पन्ने भी वहीँ है न बिखरे कभी ...
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इत्तेफाक़न कुछ भी नहीं होता ज़माने में ,
ReplyDeleteकई ख्वाब टूटते बिखरते हैं निभाने में
....बहुत खूब !