बगिये में भंवरे
बहुत दूर से आया करते हैं
कृष्ण तन होता है लेकिन निर्मल
मन वो रहते हैं
देखो न ,
तभी तो शहद कितना मधुर हुआ करता है
बेरहम मौसम के प्रहारों से
वो पुष्प तो मुरझा जाते हैं
पर वे कृष्ण काय भंवरे उसकी
खुशबू को जिंदा रखते हैं ...
गौरवशाली है ये धरती हम करते हैं इससे प्यार दिल को दिल से जोड़ना सिखाये हमारा प्यारा ये बिहार हम अलग भले हों यारों एक हमारा भारत है मिलकर हम सबको रहना है देश को इसकी जरूरत है....जय बिहार...जय भारत
मेरी जुस्तजू पर और सितम नहीं करिए अब बहुत चला सफ़र में,ज़रा आप भी चलिए अब आसमानी उजाले में खो कर रूह से दूर न हो चलिए ,दिल के गलियारे में ...